Khuda Haafiz 2 “खुदा हाफिज 2” का Review “रिव्यु” दर्शको के व्यूज बात रहे फिल्म का हाल

(Khuda Haafiz Chapter 2) खुदा हाफिज चैप्टर 2 अग्निपरीक्षा रीलीज़ हो चुकी है इस फिल्म में(Vidyut Jammwal) विद्युत जामवाल (Shivaleeka Oberoi) शिवालिका ओबेरॉय (Dibyendu Bhattacharya) दिब्येंदु भट्टाचार्य (Sheeba Chaddha) शीबा चड्ढा (Rajesh Tailang) राजेश तैलंग और(Riddi Sharma) ऋद्धि शर्मा कलाकारों ने काम किया है (Film) फिल्म का निर्देशन फारूक कबीर जी ने किया है

फिल्म एक एक्शन फिल्म है विद्युत् पहले भी कई एक्शन मूवीज में काम कर चुके हैं इस फिल्म के पहले भाग को काफी पसंद किया गया लिहाज इसका दूसरा भाग रिलीस किया गया बात की जाये फिल्म की कहानी की तो कहानी इस बार यूं है कि अगवा करके विदेश ले जाई गई अपनी बीवी को बचाकर वापस वतन लौटे समीर की बीवी नरगिस की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इलाज भी चल रहा है।

khuda haafiz Chapter 2 Movie Review

एक बच्ची परिवार में आती है। समझा जाता है कि इससे नरगिस की हालत सुधरेगी लेकिन इस बार ये बच्ची अगवा हो जाती है। इसके बाद क्या होना है, आप अच्छी तरह समझ सकते हैं। हिंदी सिनेमा तकनीकी रूप से चाहे जितनी तरक्की कर ली हो, कहानियों में निवेश करने का सिस्टम अब तक यहां ठीक से बना नहीं है। और, यही इस फिल्म की भी सबसे कमजोर कड़ी है।

Khuda Hafiz Chapter 2 Story “खुदा हाफिज चैप्टर 2”

फिल्म ‘खुदा हाफिज चैप्टर 2 (Agnipariksha) “अग्निपरीक्षा” में जेल वाले एक्शन सीन और क्लाइमेक्स की चेज सीक्वेंस छोड़ दें तो अधिकतर दृश्यों में विद्युत खुद को दोहराते ही दिखते हैं तकनीकी तौर से निर्देशक फारुक कबीर की बंधी बंधाई लीक पर चलती फिल्म फिल्म ‘खुदा हाफिज चैप्टर 2 अग्निपरीक्षा’ सिवाय इसकी सिनेमैटोग्राफी के और किसी विभाग में प्रभावित नहीं करती। जितन हरमीत सिंह का कैमरा एक्शन दृश्यों में खास तौर से प्रभावित करता है।

एडीटर संदीप फ्रांसिंस को फिल्म को कम से कम 20 मिनट कम रखना चाहिए था, तब ओटीटी के लिए ये फिल्म बिल्कुल ठीक होती। (Mithun) मिथुन, (Vishal Mishra) विशाल मिश्रा और (Shabbir Ahmed) शब्बीर अहमद सब मिलकर भी एक ढंग का गाना फिल्म में रचने में नाकाम रहे। अमर मोहिले का बैकग्राउंड म्यूजिक फिर भी बेहतर है। इस वीकएंड पर एक्शन और अंग्रेजी फिल्मों के शौकीन वैसे भी ‘थॉर: लव एंड थंडर’ देखने वाले हैं और जिनकी दिलचस्पी अच्छी कहानियों में है, वे ‘रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट’ देख सकते हैं। फिल्म ‘खुदा हाफिज चैप्टर 2 अग्निपरीक्षा’ ऐसी फिल्म है जिसे ओटीटी पर देखना ही बेहतर होगा।

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