Manish Sisodia को क्यूँ बताया जा रहा है आज का Bhagat Singh?

Manish Sisodia को CBI ने तथाकथित शराब घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया और 9 घंटों तक पूछताछ की | आप बोलेंगे इसमें नया क्या है ? आज के नेता और CBI का आमना सामना, आज के समय में आम बात हो गई है | पर आपको बता दें इसमें खास क्या है ? क्यों Manish Sisodia और तीन महीने से जेल में बंद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री Satyendra Jain को आज का Bhagat Singh बुलाया जा रहा है ?

बात इसी महीने 18 अक्टूबर की है, सभी मीडिया वालों के कैमरे दिल्ली के वेस्ट विनोद नगर के एक घर के बाहर टकटकी लगाए हुये इंतज़ार कर रहे थे, तभी Manish Sisodia घर से निकलते हैं पीला पट्टा यानि भगत सिंह की पहचान वाला गमछा लगाकर, सिर पर चन्दन का तिलक और साथ में चलने वाली हजारों की संख्या में कार्यकर्ता ,कार्यालय पहुँच कर पीला पट्टा धारी कार्यकर्ताओं की संख्या में और इजाफा होता है और अपने ओपेन जीप में सीसोदिया निकाल पड़ते हैं सीबीआई के दफ्तर की ओर |

इसी भीड़ में कुछ आप कार्यकर्ताओं के हाथों में एक पोस्टर था, पोस्टर में मनीष सिसोदिया और तीन महीने से जेल में बंद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को “आज का भगत सिंह” (Bhagat Singh) बताया गया.

राजघाट जाते वक्त ही Manish Sisodia ने बयान दिया की

“ये लोग मुझे जेल में डालने की तैयारी इसलिए कर रहे है क्योंकि इनको लगता है कि मैं गुजरात जाऊंगा तो लोगों की स्कूल बनने की उम्मीद और मजबूत होगी. मैं जब-जब गुजरात गया वहां के लोगों ने कहा कि आप दिल्ली की तरह यहां स्कूल बनवा देना. हम इस बार यहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनवाएंगे. मेरे जेल जाने पर गर्व करना.”

राजघाट जाने क्रम में Manish Sisodia और राज्यसभा सांसद संजय सिंह काफी वक़्त गांधी स्मृति के समक्ष भी रुके, गांधी जी की प्रतिमा की ओर एकटक काफी देर तक देखते रहे फिर लोधी रोड स्थित सीबीआई दफ्तर पहुंचे जहां काफी देर तक CBI ने उनसे पूछताछ की |

इस बीच लोधी रोड पर 144 लगी हुई थी तो CBI की कार्यवाही का विरोध करने वाले AAP कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने भी अपनी कार्यवाही की और कई नेताओं की गिरफ्तारी भी हुई |

इसी बीच संजय सिंह ने ट्वीट करके अपने साथ हुये बर्तवाव के बारे में बात की आउट पुलिस द्वारा दिये अपने चोटों को भी दिखाया, उन्होने कहा

“आज तुम हमारे कुर्ते फाड़ रहे हो, जनता चुनाव में तुम्हारे कुर्ते फाड़ेगी. तुममें जितनी ताकत हो जुर्म करो, हम लोग झुकने वाले नहीं हैं.”

पूछताछ के बाद Manish Sisodia ने कहा,

“कोई घोटाला नहीं हुआ है, सारा केस फर्जी है. मैंने नौ घंटे की पूछताछ में इतना ही समझा कि यह मुझे फंसाने की एक साजिश है. आज मुझे समझ आया कि सीबीआई में केस किसी घोटाले की जांच के लिए नहीं बल्कि “ऑपरेशन लोटस” को कामयाब करने के लिए है. भारतीय जनता पार्टी सिर्फ सीबीआई को इस्तेमाल कर रही है. वहां मुझ पर आप पार्टी छोड़ने का भी दवाब बनाया गया.”

वहीं CBI ने Manish Sisodia के बयान का खंडन किया

” दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सीसोदिया के द्वारा लगाए गए आरोपों का पूरी तरह से खंडन करते है, उन्हें अपनी राजनीतिक पार्टी छोड़ने की धमकी CBI द्वारा नहीं दी गई है “

Manish Sisodia को ‘आज का भगत सिंह ‘ क्यों बुलाया जा रहा है ?

इस incident का भगत सिंह से क्या लेना देना है ? क्यों Manish Sisodia को ‘आज का भगत सिंह’ बोलके पुकारा जा रहा है? क्या यह कहना ठीक भी है या नहीं?

Manish Sisodia and Bhagat Singh

आपको पता होगा भगत सिंह नौजवान थे, 23 वर्ष की उम्र में देश के लिए फांसी चढ़ गए थे, और इसी लिए उनके नाम के साथ कोई भी नाम जुडने से कोई आम आदमी भी फ्रीडम fighter या हेरो लगने लगता है | और जैसा की हम जानते हैं हर हीरो या हर भगवान को तभी याद किया जाता है जब समस्याएं बढ़ती नज़र आ रही हों और कोई मदद कहीं से न दिखे |

तो क्या भगत सिंह का नाम लेकर आम आदमी पार्टी गुजरात चुनाव में पंजाब जैसा रिजल्ट चाहती है? कुछ राजनेताओं को भगत सिंह के समकक्ष बैठाकर, अपनी चुनावी रोटियाँ सेंकना चाहती है ?

क्यूँ हो रहा है Bhagat Singh जी के नाम का खेल ?

आपने देखा होगा पेछे कुछ वर्षों में सभी पार्टियां भले ही वो BJP हो, काँग्रेस हो, आम आदमी पार्टी हो या समाजवादी पार्टी हो सभी Bhagat Singh को अपना कर भारत के युवाओं को अपने साथ जोड़ना चाहती है, क्यूंकी भगत सिंह के नाम पर युवाओं में देश के लिए कुछ करने का जज़्बा हमेश उत्पन्न होता है |

और इसी लिए हर पार्टी और हर विचारधारा के लोग आजकल अपने पोस्टरों में, और सोश्ल मीडिया पोस्ट्स पर Bhagat Singh की बात करते नज़र आते हैं , सभी कहते हैं भगत सिंह हमारे थे, हमारी विचारधारा के थे इसी लिए हमसे जुड़िये | भगत सिंह को कैसे हर पार्टी अपना बता रही है और भगत सिंह की अपनी विचार धारा क्या थी BBC Hindi की इस रिपोर्ट में पढ़ें |

पर क्या किसी भी पार्टी की विचारधार आज का भगत सिंह कहलाने लायका है ? क्या सिर्फ सियासी मुसीबतों के वक़्त ही भगत सिंह याद आते हैं ? आपकी इस पर क्या राय है हमें कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं ?

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